अकबर बीरबल के किस्से - भाग 33
भोजन और उपदेश
एक बार एक धार्मिक नेता ने बाकी लोगो के साथ साथ मुल्ला नसरुद्दीन को शाम के भोजन और उपदेश पर बुलाया । मुल्ला ने उस दिन कुछ अधिक नहीं खाया था इसलिए उसके बुलाये जाने पर वो खुश भी हुआ कि चलो आज तो कुछ अच्छा खाने को भी मिलेगा सो मुल्ला ख़ुशी ख़ुशी वंहा पहुंचा ।
काफी देर हो गयी उस धार्मिक गुरु ने लोगो के आने के बाद प्रवचन शुरू किया तो एक के बाद विषयों पर बोलता चला गया जबकि मुल्ला ने देखा कि दो घंटे बीत जाने पर भी सभा विसर्जन नहीं हुआ तो मुल्ला को परेशानी होने लगी । एक एक मिनट जैसे जैसे बीतता मुल्ला को चिढन होने लगी ।
काफी देर बाद भी जब धार्मिक गुरु का भाषण बंद नहीं हुआ तो मुल्ला ने बीच में से उठकर कहा कि “क्या मैं कुछ पूछ सकता हूँ ?” धार्मिक गुरु ने सोचा मुल्ला जरुर कुछ धर्म सम्बन्धी विषय पर सवाल पूछना चाहता है इसलिए उसने बोला कि ‘हाँ तुम कुछ भी पूछ सकते हो ।”
इस पर मुल्ला ने जवाब दिया क्या आपकी इन कहानियों में कभी किसी ने खाना भी खाया है ।